
इस भीषण गर्मी में हीटस्ट्रोक से कैसे बचें: जानिए ज़रूरी उपाय
By Dr. Akshay Chugh in Internal Medicine
Apr 29, 2025
गर्मी के मौसम में तापमान तेजी से बढ़ता है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। उनमें से सबसे गंभीर है हीटस्ट्रोक। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है जो तब होती है जब शरीर का तापमान 104°F (40°C) से ऊपर चला जाता है और शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता। समय पर इलाज न मिलने पर हीटस्ट्रोक जानलेवा भी हो सकता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इसे सही जानकारी और सावधानी से रोका जा सकता है।
हीटस्ट्रोक क्या है?
हीटस्ट्रोक तब होता है जब शरीर जरूरत से ज्यादा गर्म हो जाता है और पसीना आना बंद हो जाता है, जिससे शरीर खुद को ठंडा नहीं रख पाता। यह आमतौर पर हीट एग्जॉशन (थकावट), डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) या अत्यधिक धूप में रहने के कारण होता है।
Also Read: Heart Attack & Stroke – How are they different?
हीटस्ट्रोक के लक्षण
हीटस्ट्रोक के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- अत्यधिक उच्च शरीर का तापमान (104°F या 40°C से अधिक)
- त्वचा का सूखा और गर्म होना (पसीना न आना)
- चक्कर आना, सिरदर्द या बेहोशी
- भ्रम, बोलने में कठिनाई या अजीब व्यवहार
- तेज़ दिल की धड़कन और सांस फूलना
- उल्टी या मिचली
- गंभीर मामलों में दौरे या बेहोशी
Also Read: Stroke: Causes, symptoms, diagnosis and treatment
किन लोगों को अधिक खतरा होता है?
कुछ लोग हीटस्ट्रोक के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, जैसे:
- छोटे बच्चे और बुजुर्ग
- लंबे समय तक धूप में रहने वाले लोग
- जो लोग शारीरिक श्रम करते हैं जैसे मजदूर या खिलाड़ी
- उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या मधुमेह से ग्रस्त लोग
- जो दवाइयाँ लेते हैं जो पसीना रोकती हैं या डिहाइड्रेशन बढ़ाती हैं
हीटस्ट्रोक से बचाव के उपाय
1. पर्याप्त पानी पिएं:
दिन भर नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें, भले ही प्यास न लगी हो। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ आदि भी फायदेमंद हैं।
2. दोपहर में बाहर न निकलें:
दोपहर 12 से 4 बजे के बीच धूप सबसे तेज होती है। इस समय बाहर जाने से बचें।
3. ढीले और हल्के कपड़े पहनें:
हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें जो त्वचा को सांस लेने दें। टोपी या छाता भी उपयोगी होता है।
4. सनस्क्रीन लगाएं:
धूप में निकलते समय एसपीएफ 30 या उससे अधिक वाला सनस्क्रीन लगाएं।
5. ठंडे पानी से स्नान करें:
दिन में एक बार ठंडे पानी से नहाना या ठंडी पट्टियां लगाना शरीर को ठंडा रखता है।
6. बंद गाड़ी में किसी को न छोड़ें:
गर्मी में बंद गाड़ी बहुत जल्दी गर्म हो जाती है। बच्चों या पालतू जानवरों को गाड़ी में अकेला न छोड़ें।
7. कमजोर लोगों का ध्यान रखें:
बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग विशेष देखभाल के पात्र होते हैं। सुनिश्चित करें कि वे ठंडी जगह पर रहें और समय-समय पर पानी पिएं।
Also Read: Stroke and Diabetes: Managing Your Blood Sugar to Reduce Stroke Risk
अगर किसी को हीटस्ट्रोक हो जाए तो क्या करें?
- तुरंत मेडिकल हेल्प लें (एम्बुलेंस बुलाएं)।
- व्यक्ति को छांव या ठंडी जगह ले जाएं।
- उसके कपड़े ढीले करें और शरीर को ठंडा करने की कोशिश करें – ठंडे पानी की पट्टियां या बर्फ के पैक लगाएं।
- यदि होश में हो, तो उसे पानी पिलाएं।
हीटस्ट्रोक एक खतरनाक लेकिन पूरी तरह से रोकी जा सकने वाली स्थिति है। गर्मियों में थोड़ा सावधान रहकर, पर्याप्त पानी पीकर, और धूप से बचाव करके आप खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। इस गर्मी में सावधानी ही सुरक्षा है।