
उच्च रक्तचाप से जुड़े आम मिथकों का भंडाफोड़
By Dr. Rishabh Mathur in Interventional Cardiology Cardiology
May 14, 2025
उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) या हाइपरटेंशन को अक्सर “साइलेंट किलर” कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण सामान्यतः नजर नहीं आते और यह धीरे-धीरे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचाता है। इस बीमारी से जुड़ी कई गलतफहमियां हैं जो लोगों को भ्रमित कर सकती हैं और उनकी सेहत के लिए जोखिम बन सकती हैं। इस लेख में हम हाई ब्लड प्रेशर से जुड़े कुछ आम मिथकों को तोड़ने की कोशिश करेंगे और इससे जुड़े सच्चे तथ्यों पर रोशनी डालेंगे।
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मिथक 1: उच्च रक्तचाप के स्पष्ट लक्षण होते हैं
Fact:
यह सबसे आम और खतरनाक भ्रम है। लोग समझते हैं कि सिरदर्द, चक्कर आना या नकसीर आना उच्च रक्तचाप के लक्षण हैं, जबकि अधिकतर मामलों में कोई लक्षण नहीं होते। यही कारण है कि इसे साइलेंट किलर कहा जाता है। केवल नियमित जांच से ही इसका पता लगाया जा सकता है।
मिथक 2: अगर आप ठीक महसूस कर रहे हैं तो जांच की जरूरत नहीं
Fact:
शरीर में लक्षण न दिखना इसका मतलब नहीं है कि आपका ब्लड प्रेशर सामान्य है। स्वस्थ दिखने वाले व्यक्ति को भी हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। इसलिए समय-समय पर जांच कराना बेहद जरूरी है, खासकर अगर परिवार में किसी को यह समस्या रही हो।
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मिथक 3: उच्च रक्तचाप केवल बुजुर्गों को होता है
Fact:
यह गलत धारणा है। हाई ब्लड प्रेशर अब युवाओं और यहां तक कि बच्चों में भी देखा जा रहा है। गलत खानपान, तनाव, मोटापा और शारीरिक गतिविधियों की कमी इसके मुख्य कारण हैं। यह सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है।
मिथक 4: जब ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाए तो दवा बंद कर सकते हैं
Fact:
जब दवाओं से ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो जाता है तो कुछ लोग इसे बंद कर देते हैं, जो बेहद खतरनाक हो सकता है। दवाएं ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखती हैं — इन्हें बंद करने से वह फिर से बढ़ सकता है। दवा बंद करने का निर्णय डॉक्टर की सलाह से ही लें।
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मिथक 5: उच्च रक्तचाप कोई गंभीर बीमारी नहीं है
Fact:
यह एक और खतरनाक भ्रम है। अनियंत्रित हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी फेलियर और आंखों की रोशनी खोने जैसे गंभीर परिणाम ला सकता है। यह एक जानलेवा स्थिति है जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
मिथक 6: केवल नमक ज्यादा खाने से हाई ब्लड प्रेशर होता है
Fact:
हालांकि ज्यादा नमक नुकसानदायक है, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर के पीछे कई कारण होते हैं — जैसे आनुवांशिकता, मोटापा, तनाव, शारीरिक गतिविधि की कमी, शराब और धूम्रपान आदि। इसलिए जीवनशैली में समग्र सुधार आवश्यक है।
मिथक 7: बिना दवा के हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल नहीं किया जा सकता
Fact:
स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हाई ब्लड प्रेशर को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। सही खानपान, नियमित व्यायाम, तनाव नियंत्रण, धूम्रपान और शराब से दूरी आदि से स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। हालांकि कुछ मामलों में दवा जरूरी होती है, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ी गलत धारणाओं को दूर करना और सही जानकारी हासिल करना हमारी सेहत के लिए जरूरी है। नियमित जांच, संतुलित जीवनशैली और चिकित्सकीय सलाह से इस “साइलेंट किलर” को समय रहते रोका जा सकता है। याद रखें, जानकारी ही सुरक्षा है।